हरिगोविंद विश्वकर्मा
ग्यारह करोड़ कार्यकर्ताओं वाली दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भारतीय
जनता पार्टी अपना मुख्यालय बदलने जा रही है। सब कुछ निर्धारित कार्यक्रम के
मुताबिक़ हुआ तो पार्टी सन् 2019 का लोकसभा चुनाव अपने नए मुख्यालय से लड़ेगी। बीजेपी का नया
मुख्यालय नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास मिंटो रोड से निकलने वाले पं. दीनदयाल
मार्ग पर बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षाबंधन के दिन नए
मुख्यालय की प्रस्तावित का आधारशिला रखी।
बीजेपी के नये कार्यालय की अत्याधुनिक तकनीक से सज्जित हाईटेक इमारत का प्लान
मुंबई के मशहूर आर्किटेक्ट अरविंद नांदापुरकर, ओमकार नांदापुरकर और श्रीमती
ग्रीष्मा नांदापुरकर और उनके सभी सहयोगी आर्किटेक्ट्स और इंजीनियर्स ने तैयार किया
है। बीजेपी के नए मुख्यालय में देश-दुनिया के लोगों से सीधे वीडियो और ऑडियो
संपर्क की आधुनिका सुविधा उपलब्ध रहेगी। सबसे बड़ी बात देश में सबसे ज़्यादा
हाईटेक और आधुनिक पोलिटिकल ऑफिस होगा। यह कार्यालय दिल्ली में बीजेपी के संसद भवन
के पास के अशोक रोड कार्यालय की जगह लेगा, जहां से पार्टी का कामकाज राष्ट्रीय कार्यालय पिछले
पांच दशक से ज़्यादा समय से हो रहा है।
अरविंद नांदापुरकर कहते हैं, “बीजेपी शुरू से पार्टी कार्यालय को पार्टी की आत्मा मानती
रही है। लिहाज़ा, ग्राम पंचायत, तहसील, जिला और राज्य के कार्यकर्ताओं से केंद्रीय कार्यालय का सीधा संपर्क ज़रूरी है,
क्योंकि समर्पित
कार्यकर्ता ही पार्टी की असली पूंजी हैं। इनके ज़रिए ही आम जनता बीजेपी से जुड़ती
है। पार्टी और कार्यकर्ताओं के इस बंधन को और मज़बूत करने के लिए ही राष्ट्रीय
अध्यक्ष माननीय अमित शाह ने केंद्रीय कार्यालय के रूप में अत्याधुनिक और ‘हाईटेक स्मार्ट ऑफिस’
की परिकल्पना की
है।”
यह संयोग है कि बीजेपी को नए कार्यालय के लिए ज़मीन का आवंटन पार्टी संस्थापक
पं दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर हुआ है। प्रस्तावित मुख्यालय सड़क के दोनों ओर दो
फेज़ में बनेगा। पहले फ़ेज़ में पार्टी का प्रशासनिक एवं संगठन कार्यालय होगा,
जबकि दूसरे फ़ेज़
में संगठन संकुल होगा। प्रस्तावित कार्यालय की इमारत का विशाल परिसर दो एकड़ भूखंड
पर फैला होगा। यह ख़ूबसूरत जगह चारों तरफ़ से खुली है। बीजेपी कार्यालय की इमारत
का निर्माण प्रधानमंत्री, बीजेपी अध्यक्ष की परिकल्पना के अनुरूप होगा।
प्रशासनिक एवं संगठन कार्यालय की इमारत के बग़ल में दो एकड़ ज़मीन पर पार्क
बनाया जाएगा। पूरे परिसर को दो हिस्सों में बांटा गया है। पहला, सामने का फ्रंट ओपन
स्पेस है और दूसरा अंदर का कोर्टयार्ड। सुरक्षा को ध्यान में रखकर इमारत में तीन
प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। पहला और दूसरा प्रवेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं, पदाधिकारियों और
कार्यकर्ताओं के लिए होगा, जबकि तीसरा प्रवेश द्वार मीडिया के लिए। जनता का प्रवेश
फ्रंटओपन स्पेस के बाद बनी सीढ़ियों से होगा। दो बेसमेंट फ्लोर वाली प्रस्तावित
छहग मंज़िली इमारत चरणबद्ध तरीक़े से बनाई जाएगी।
इमारत का खुला हुआ बाहरी हिस्सा लंबी सीढ़ियों के कारण स्टेडियम का लुक देगा,
जहां दो से तीन
हज़ार कार्कयर्ताओं की सभा की जा सकेगी। इमारत इस तरह डिज़ाइन की गई है कि सालभर
अंदरूनी कमरों में रोशनी आती रहेगी। इससे कृत्रिम प्रकाश पर निर्भरता कम होगी। इसी
तरह दिन में बीच के कोर्टयार्ड के 80 फ़ीसदी हिस्से में सूरज के प्रचंड होने पर भी शीतल
छाया रहेगी। इसलिए यह हिस्सा अपेक्षाकृत दूसरे खुले हिस्से के मुक़ाबले ज़्यादा
ठंडा रहेगा और यहां कभी भी सभा वगैरह की जा सकेगी। कॉरीडोर और वेटिंग एरिया को भी
इस तरह डिजाइन किया गया है, जिससे हरियाली के साथ-साथ नैसर्गिक प्रकाश पहुंचता रहेगा।
जिससे यहां की आबोहवा आगंतुक अच्छा लगे।
बिल्डिंग के फ्रंट व्यू पर एक बड़ी स्क्रीन लगाने का प्रस्ताव है। स्क्रीन पर
बीजेपी से जुड़ी हुई गतिविधियों या कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण यानी लाइव
टेलिकास्ट चलता रहेगा। उदाहरण के तौर पर, बीजेपी की कोई सभा देश के किसी भी हिस्से में हो रही
है, तो
उसका लाइव फूटेज इस स्क्रीन पर दिखेगा। इमारत में इसकी क्षमता के अनुसार लोगों के
मूवमेंट को आसान बनाने की पूरी कोशिश की गई है। इस बात को ध्यान में रखकर उच्च टेक्नॉलॉजी
के इस्तेमाल करने का प्रस्ताव है। लोगों के एक मंज़िल से दूसरी मंजिल पर जाने या
आने के लिए चार स्टेयरकेस और दो स्केलेटर होंगे। इसके अलावा सात लिफ्ट भी लगाए
जाएंगे। इससे लोगों को ऊपरी मंज़िल पर आने-जाने में अनावश्यक इंतज़ार नहीं करना
पड़ेगा। सिक्योरिटी के नज़रिए से यह डिज़ाइन सर्वोत्तम है।
मुख्य प्रवेश पर डबल हाइटेड लॉबी डिज़ाइन की गई है। इसकी दीवार पर भारतीय
संस्कृति से जुड़ी कलाकृतियां लगाई जाएंगी। इमारत की तल मंज़िल की छत को एक साइड
में थोड़ा आगे बढ़ा दिया गया है। इससे पैदल आने-जाने वालों को सुरक्षित रास्ता
मिलेगा और वहां से गुज़रने वाले वाहनों के कारण किसी तरह की असुविधा नहीं होगी।
भारतीय संस्कृति और समृद्ध वास्तु परंपराओं को ध्यान में रखकर बनाई जाने वाली यह
इमारत देश की राजधानी दिल्ली में एक धरोहर के रूप में भी अपनी जगह बनाएगी।
छठी मंज़िल राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए आरक्षित रहेगी। यहां अध्यक्ष की केबिन के
साथ ऐंटीचेंबर भी होगा। यहां 25 लोगों के बैठने के लिए वेटिंग एरिया भी बनाया जाएगा।
अध्यक्ष की देश, विदेश या शहर में किसी से लाइव बातचीत के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम की
सुविधा उपलब्ध रहेगी। अध्यक्ष के निजी सहायकों और उनके पूरे स्टॉफ के लिए कक्ष
होंगे। महासचिव, उपाध्यक्ष और सचिव और दूसरे पदाधिकारियों के दफ़्तर आधुनिक बुनियादी सुविधाएं
एवं एनीमिटीज़ सज्जित रहेगा। जहां उनके पीए और उनके पूरे स्टाफ बैठेंगे। इसके
आलावा पार्टी के महिला, युवा, अल्पसंख्यक, दलित, आदिवासी, किसान और ओबीसी मोर्चे, प्रकोष्ठ और दूसरे सहयोगी
संगठनों के मुख्यालय यही होंगे। हर दफ्तर के पास वोटिंग एरिया और कॉन्फ्रेंस हॉल
होगा।
बीजेपी के नए मुख्यालय में लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी के नेताओं और उनके
स्टाफ का भी कार्यालय और कॉन्फ्रेंस रूम बनाने का भी प्रस्ताव है। कार्यकर्ताओं और
नवनिर्वाचित विधायकों या सांसदों को प्रशिक्षण वगैरह देने के लिए 50 कार्यकर्ताओं के बैठने
की क्षमता वाले दो हाईटेक ट्रेनिंग हॉल, जो ज़रूरत पड़ने पर एक हाल में तब्दील किए जा
सकेंगे। इमारत में ग्राउंड फ्लोर पर 400 सीटों की क्षमता वाला एक दो मंज़िला हाईटेक सभागृह
बनाने का प्रस्ताव है, जिसमें हर सीट पर माइक लगी रहेगी। इसमें स्क्रीनिंग की
सुविधा रहेगी। ग्राउंड फ्लोर पर ही कैंटीन भी बनाने का प्रस्ताव है। यहां कम से कम
70 लोग एक
साथ बैठकर खाना खा सकेंगे या जलपान कर सकेंगे। कैंटीन में देश के हर राज्य के
व्यंजन उपलब्ध रहेंगे।
भारतीय जनता पार्टी पूर्व अध्यक्ष की दो केबिन बनाई जाएगी। इसके अलावा पार्टी
कोषाध्यक्ष का दफ़्तर भी इसी मंज़िल पर होगा। कोषाध्यक्ष के पीए समेत उनका पूरा
स्टॉफ जिनमें तीन अकाउंट्स हेड्स होंगे, इसी मंज़िल पर बैठेंगे। यहां चेस्टरूम, स्टाफ की भी सुविधा
होगी। टैरेस पर रूफटॉप म्यूज़ियम और लाइब्रेरी विकसित करने का प्रस्ताव है। जहां
बीजेपी का 65 साल का गौरवशाली इतिहास समाहित रहेगा। यहां आर्काइव और देर तक बैठने की
सुविधा भी उपलब्ध रहेगा। यहां लंच और डिनर के लिए टैरेस गार्डन देने का भी
प्रस्ताव है।
हर राजनीतिक दल के लिए मीडिया खासा अहमियत रखता है। नए मुख्यालय में प्रिंट और
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों के लिए कवरेज की हाईटेक व्यवस्था होगी। इसके लिए
स्टेट-ऑफ-आर्ट मीडिया सेंटर बनाया जा रहा है, जहां प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए
हाईटेक मीडिया हॉल होगा। जहां तक़रीबन हर छोटे-बड़े और देसी-विदेशी अख़बारों और
टीवी न्यूज़ चैनल्स के 150 पत्रकारों के बैठने और ख़बर भेजने की सुविधा होगी। टीवी
कैमरे लगाने की विशेष व्यवस्था की जाएगी ताकि किसी को समाचार संकलन में कोई
असुविधा न हो। यहां 10 हाईटेक लाइव केबिन बनाए जा रहे हैं, जहां प्रवक्ताओं और दूसरे नेताओं के साथ इंटरव्यू या
लाइव चैटिंग की जा सकेगी। टीवी के ओबी वैन के सिगनल्स कनेक्टिविटी की सुविधा
अत्याधुनिक माध्यमों से करने का भी प्रस्ताव है। दो अत्याधुनिक सुविधांओं से युक्त
स्टूडियो बनाए जाएंगे और उन दोनों के हेड की केबिन भी इसी मंज़िल पर बनाई जाएगी।
यहां बीजेपी का आईटी सेक्शन भी होगा। परिसर में दो सौ कारों की पार्किंग बेसमेंट
में दो मंजिले पार्किंग स्पेस में होगा। इमारत का भूमिपूजन रक्षाबंधन क दिन सुबह तमाम
सीनियर बीजेपी लीडर्स की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने ख़ुद किया। इस मौके पर प्लान
पर बनाई गई 15 मिनट की फिल्म दिखाई गई, जिसका स्क्रिप्ट इन पंक्तियों के लेखक ने तैयार किया
था। यह इमारत दिसंबर 2018 तक पूरा करने की योजना है। उसके बाद अशोक रोड का
मुख्यालय यहां शिफ्ट हो जाएगा।
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